Wednesday, January 12, 2011

न जाने कितनी जाने और लेगी आदमखोर बाघिन

सर्पदुली रेंज में लकड़ी व घास लाने जा रही महिलाएं आसानी ने बाघिन का शिकार बन रही है 

चंदन बंगारी रामनगर

कार्बेट पार्क के सर्पदुली रेंज से सटे गांवों में आदमखोर बाघिन का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। लकड़ी व घास की तलाश में जंगल जा रही महिलाएं अपनी जान से हाथ धो रही है। सोमवार को घास लेने जंगल गई शांति देवी उम्र 55 वर्ष को बाघिन ने चौथा शिकार बना दिया। मंगलवार को उसका शव सर्पदुली रेंज के जंगल से बरामद हुआ। घटना के बाद से ही आसपास के गांवों में दहशत का माहौल पहले से बढ़ गया है। जंगल पर निर्भर रहने वाले ग्रामीणों को बाघिन के आतंक से मुक्ति नही दिलाने के दावे हवाई साबित होते जा रहे है। मुख्यवन्यजीव प्रतिपालक के आदमखोर को मारने के आदेश के 12 दिन बीतने के बावजूद इसे अभी तक खत्म नही किया जा सका है ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय अधिकारी आदमखोर को मारने की बजाय उसे सुरक्षित पकड़ने की ज्यादा कवायदें कर रहे है। 
आतंक का पर्याय बनी बाघिन ने पिछले दो माह में ही चार महिलाओं को अपना निवाला बना दिया है। बाघिन को मारने के आदेश जारी होने के बावजूद उसे सुरक्षित पकड़ने के लिए जंगल में दो पिंजरे जरूर लगाए गए है। इनमें से एक पिंजरें में 8 जनवरी को एक बाघ फंस गया था। वन विभाग की कवायदों से लगता है कि वह बाघिन को मारने के बजाय उसे पकड़ने पर ज्यादा जोर दे रहा है। न तो बाघिन को मारा जा सका है न ही विभाग महिलाओं को जंगल जाने से रोक पा रहा है। जिसके चलते बाघिन ने एक और महिला को अपना शिकार बना दिया है। रेंज से सटे गर्जिया व सुंदरखाल में रहने वाले ग्रामीण बहुत गरीब है। वह चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी व मवेशी पालने के लिए घास के लिए पूरी तरह से जंगल पर ही निर्भर है। वहीं पक्के शौचालय नही होने के कारण वह जंगल में ही शौच को जाते है। हालांकि सभी घटनाएं अभी तक जंगल के भीतर हुई है। लेकिन गांवों से सटे जंगल में बाघिन की बेखौफ गतिविधियां बढ़ने से उसके गांव के भीतर घुसकर भविष्य में वारदातें करने से भी इनकार नही किया जा सका है। कार्बेट पार्क के सर्पदुली रेंज में शिकारियों की गोली से घायल हुई आदमखोर बाघिन की तलाश में अधिकारी व वनकर्मी जमकर पसीना बहा रहे है। पार्क वार्डन द्वारा गठित 3 टीमें लगातार जंगल में हाथी व पैदल गश्त कर बाघिन को खोज रहे है। मगर घायल बाघिन का अभी तक सुराग नही लग सका है। महिला के शव को जंगल से लाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घायल बाघिन के ज्यादा हमलावर होने की आशंका के मददेनजर जंगल से सटे गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल न जाने की अपील की जा रही है।
 रामनगर के सर्पदुली रेंज में घटना के बाद आक्रोश जताती महिलाएं 
मंगलवार की रात करीब 8 बजे सर्पदुली रेंज में रखे महिला के शव को खाने आई बाघिन पर शिकारियों व वनकर्मियों ने गोली चला दी थी। गोली लगने से पहले तक बाघिन मृत महिला के चेहरे व हाथ के मांस का कुछ हिस्सा खाने में सफल रही। गोली लगने से घायल बाघिन जंगल की तरफ निकल गई थी। रात होने के कारण कितनी गोली बाघिन को लगी, इसका पता नही चल सका। लेकिन घटनास्थल के आसपास खून मिलने से उसके गोली लगने से घायल होने का पता चला। बाद में वनकर्मियों ने देर रात 1 बजे से विशेष आपरेशन चलाकर जंगल में बाघिन की तलाश की। बुधवार की सुबह 7 बजे से पार्क वार्डन यूसी तिवारी ने तराई के एसडीओ पीसी आर्य व रामनगर वन प्रभाग के एसडीओ रमाशंकर तिवारी को साथ लेकर तीन टीमें गठित की। एक टीम में शिकारी ठाकुर दत्त जोशी, लखपत सिंह के साथ वनकर्मियों को भेजकर लगाकार पैदल कांबिंग की जा रही है। पैदल गश्त वालों के दोनों तरफ अधिकारी दो हाथियों से बाघिन को तलाश रहे है। हालांकि टीमों को कई जगह पर बाघिन के खून के धब्बे जरूर मिले मगर देर शाम तक उसका पता नही चल पाया। बाघिन की तलाश लगातार की जा रही है। वहीं मुख्यवन्यजीव प्रतिपालक श्रीकांत चंदोला भी गुप्त जगह बैठकर पूरे अभियान की जानकारी फोन के जरिए अधिकारियों से लेते रहे। पार्क वार्डन यूसी तिवारी ने बताया कि गोली लगने से घायल हुई बाघिन इंसानों के लिए बेहद खतरनाक हो गई है। हाथी व पैदल कांबिग कर उसे खोजा जा रहा है। विशेष सर्तकता बरतते हुए कार्बेट से सटे आमडंडा से लेकर मोहान तक मुनादी कराकर लोगों को नही जाने की अपील की जा रही है।घटना के बाद से ही गर्जिया व सुंदरखाल में दहशत का माहौल बना हुआ है। गर्जिया गांव में रहने वाली भावना, कविता, मुन्नी देवी का कहना है कि लकड़ी व घास के बगैर कैसे जीवनयापन करेंगे। अधिकारी बाघिन को मारने का नाटक कर रहे है। डरते हुए कहती है कि न जाने बाघिन अभी कितनी महिलाओं की जान और लेगी। 



2 comments:

  1. मेरे विचार में कही प्रशासन की कमी दिखाई देती है . और बाघ को मारने की बजाय पकड कर, उसका समुचित इलाज करवाना चाहिए यदि उसके बाद भी हालत ठीक नहीं होती तभी उसे मारना चाहिए .

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  2. please delete the world varification . it looks odd when comment is being opted. some time one does not see the next step and the comment could not save.

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