पिथौरागढ़ के उन्मुक्त चंद का दिल्ली डेयर डेविल्स की टीम में चयन।
दिल्ली की रणजी टीम में दिखा चुके हैं जलवा
जहांगीर राजू रुद्रपुर से
उत्तराखंड मूल के क्रिकेट खिलाड़ी उन्मुक्त चंद अब आईपीएल में भी अपनी बल्लेबाजी का दम दिखाएंगे। उन्मुक्त का आईपीएल में दिल्ली डेयर डेविल्स की टीम में चयन हो गया है। उन्मुक्त की तमन्ना है कि वह आईपीएल में बेहतर खेल का प्रदर्शन कर भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने।
मूलरुप से पिथौरागढ़ जिले के खडक़ू भल्या गांव निवासी 17 वर्षीय उन्मुक्त चंद के पिता भरत चंद ठाकुर दिल्ली में शिक्षक हैं। 6 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रहे उन्मुक्त का करियर उल्लेखनीय रहा है। बारहखम्बा रोड स्थित मॉडन स्कूल में 12वीं के छात्र उन्मुक्त ने दिल्ली की टीम से अंडर 15, 16 व 19 में भागीदारी करने के बाद रणजी की वनडे टीम में चयन हुआ। उन्होंने अंडर 19 में देशभर के खिलाडियों में सर्वाधिक 4३५ रन बनाए। जिसमें दो सेंच्युरी व एक 96 रनों के साथ अर्द्धशतक शामिल रहा।
अंडर 19 में उल्लेखीय प्रदर्शन के बाद उन्मुक्त का दिल्ली की रणजी टीम में चयन हुआ। जिसमें उन्होंने रेलवे के खिलाफ खेलते हुए 15१ रन बनाए। साथ ही आसाम व सौराष्ट्र की टीम के खिलाफ अर्द्धशतक बनाया। बीसीसीआई की अंडर 19 इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में भी उन्मुक्त का चयन हुआ है। इसकी तैयारी के लिए मुंबई में होने वाले टुर्नामेंट में ेह्लह नार्थ जोन ऽी टीम का प्रतिनिधित्व करेेंगे। उन्मुक्त के बेहतर खेल के प्रदर्शन के साथ उन्मुक्त का दिल्ली डेयर डेविल्स की टीम में चयन हुआ है। उन्मुक्त की तमन्ना है कि वह आईपीएल में बेहतर खेल का प्रदर्शन के भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनें। हिन्दुस्तान से बातचीत में उन्मुक्त ने कहा कि प्रीबोर्ड परीक्षा होने के बावजूद वह पढ़ाई के साथ-साथ आईपीएल की तैयारी में जुटे हुए हैं। जिसके लिए वह हररोज कठोर अभ्यास कर रहे हैं।
उन्मुक्त के पिता भरत चंद ठाकुर बताते हैं कि छह साल की उम्र से ही वह क्रिकेट को ही अपना पैसन बना चुका है। हररोज चार से छह घंटे तक वह क्रिकेट की प्रैक्टिस करता है।
वह बताते हैं कि उन्मुक्त जब भी अपने गांव पिथौरागढ़ जाता है तो वह वहां भी गांव के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलना नहीं भूलता। इस बार की गर्मियों की छूट्टियों में भी वह उन्मुक्त व परिवार के साथ पिथौरागढ़ जाएंगे। उन्मुक्त के पिता भरत चंद को भी अपने बेटे पर बड़ा विश्वास है। वह कहते हैं कि पिथौरागढ़ जिले के सुदूरवर्ती गांव से निकलने के बाद उनका बेटा एक दिन भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा जरुर बनेगा।
उन्मुक्त की कम उम्र में ही हासिल की गई उपलब्धियां और प्रतिभा देखकर लगता है कि वह भारतीय टीम में शामिल हो कर अपने परिवार के साथ-२ पिथौरागढ और उत्तराखण्ड का नाम भी रोशन करेगा...शुभकामनायें
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