Sunday, October 17, 2010

कार्बेट पार्क आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा पर होगा अब विशेष ध्यान




कार्बेट पार्क के जिप्सी चालकों का होगा पंजीकरण

नेचर गाइडो की तर्ज पर होने वाले पंजीकरण से कार्बेट पार्क में पर्यटकों को घुमाने वाले चालकों को डाटा तैयार किया जाएगा

चंदन बंगारी
रामनगर

कार्बेट नेशनल पार्क में पर्यटक को घुमाने वाले जिप्सी चालकों अब बगैर पंजीकरण के भीतर नहीं जा सकेंगे। नेचर गाइडों की तर्ज पर चालकों पंजीकरण कर डाटा तैयार किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत हो रहे पंजीकरण के बाद प्रत्येक चालक को एक परिचय पत्र दिया जाएगा। अब पार्क के भीतर केवल पंजीकृत चालक की पर्यटकों को अंदर ले जा सकेंगे। पार्क वार्डन का कहना है कि इससे बगैर लाइसेंस पर्यटकों को पार्क में घुमाने वालों पर नकेल कसेगी। 
बतातें चले कि कार्बेट पार्क में करीब 300 जिप्सिया पर्यटकों को घुमाने के लिए लगी हुई है। इनमें से कई जिप्सियों के चालकों के पास लाइसेंस तक नही है। नौसिखिया चालक पर्यटकों की जान से खिलवाड़ करते हुए उन्हें घुमाते है। कई बार जिप्सी चालकों द्वारा पर्यटकों को पार्क के भीतर तय रूटों पर घुमाने की बजाय दूसरे रूटों पर घुमाने की शिकायत मिलती रहती है। नियमों का उल्लंघन करने वाले जिप्सी चालकों का पता नही चलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई नही हो पाती है। अब कार्बेट महकमा ने जिप्सी चालकों के पंजीकरण को लेकर गंभीर रूख अपनाया है। जिसके तहत जिप्सी चलाने वाले प्रत्येक चालक को कार्बेट कार्यालय में अपना अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना होगा। जिसके तहत उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस की फोटो कापी, पता, एक फोटो, मोबाइल नंबर, वाहन नंबर व वाहन स्वामी का नाम देना होगा। सभी कागज जमा करने के बाद चालक को परिचय पत्र आइकार्ड दिया जाएगा। जिसको दिखाने के बाद ही जोन को जाने वाले गेटों में प्रवेश दिया जाएगा। कार्बेट प्रशासन दशहरे के बाद इसके बारे में सूचना कार्यालय में चस्पा करेगा। वहीं प्रत्येक चालक को नए नियमों के बावत अवगत कराया जाएगा।
पार्क वार्डन यूसी तिवारी ने बताया कि पंजीकरण के आधार पर जिप्सी चालकों का डाटा तैयार किया जाएगा। यदि चालक द्वारा पार्क के भीतर कोई अपराध व नियमों का उल्लंघन किया गया तो उसको जिप्सी नंबर के आधार पर पकड़ लिया जाएगा। परिचय पत्र बनाने के लिए किसी भी प्रकार की फीस नही ली जाएगी। उन्होंने बताया कि नवंबर के पहले सप्ताह तक चालकों को परिचय पत्र दे दिए जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि नंवबर के दूसरे सप्ताह तक यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।  




कार्बेट का बिजरानी जोन पर्यटकों के लिए खुला

रामनगर। जिम कार्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन 17 अक्तूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इस बार यह जोन दो दिन देरी से खोला गया है। क्षेत्र में हुई भारी वर्षा से बिजरानी जोन की सडक़ें टूट जाने के कारण दो दिन देरी से पर्यटकों के लिए खोला गया। हर वर्ष 15 अक्तूबर से यह जोन पर्यटकों के लिए खोल दिया जाता था। बिजरानी जोन के कई क्षेत्र अब भी सडक़ें दुरुस्त नहीं होने के कारण पर्यटकों की पहुंच से दूर रहेंगे। जोन में मलानी, फायरलैंड, रिंगौड़ा व चीतल रोड क्षेत्र की सडक़ें दुरुस्त नहीं होने के कारण पर्यटक यहां नहीं जा सकेंगे। पार्क वार्डन यूसी तिवारी ने बताया कि बिजरानी जोन की सभी सडक़ें एक सप्ताह के भीतर दुरुस्त कर ली जाएंगी। सडक़ों के दुरुस्त होने के साथ ही पर्यटक पूरे जोन को आसानी से देख सकेंगे। बताते चलें कि इससे पहले पर्यटकों के लिए मात्र झिरना जोन ही पर्यटकों के लिए खोला गया था। जिसके चलते पर्यटक अन्य क्षेत्रों में जाकर जंगली जानवरों के दीदार नहीं कर पा रहे है। अब पार्क का बिजरानी जोन खुलने के साथ ही कार्बेट पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या बढऩे लगी है। 






1 comment:

  1. जानकारी देने के लिए धन्यवाद|

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